स्थान: हरिद्वार, देहरादून, और पौड़ी गढ़वाल जिलों में फैला
स्थापना: 1983 में तीन वन्यजीव अभ्यारण्यों को मिलाकर बना (राजाजी, चिल्ला, मोतीचूर)
विशेषता: एशियाई हाथियों की बड़ी संख्या
प्रमुख जीव: हाथी, तेंदुआ, भालू, हिरण, गौर, मगरमच्छ
पर्यटन गतिविधि: जीप सफारी, वॉच टावर, नेचर ट्रेल्स