नेशनल पार्क

उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यानों का विस्तृत वर्णन राज्य की जैव विविधता, पारिस्थितिकी, पर्यटन और संरक्षण के नजरिए से अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये उद्यान राज्य की प्राकृतिक संपदा और पर्यावरणीय संरक्षण के स्तंभ हैं।

जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान

स्थान: नैनीताल और पौड़ी जिले में स्थित

स्थापना: 1936 में हेली नेशनल पार्क के नाम से (भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान)

विशेषता: बाघ संरक्षण परियोजना की शुरुआत यहीं से हुई।

प्रमुख जीव: बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, तेंदुआ, मगरमच्छ, हिरण, विभिन्न पक्षी प्रजातियाँ

पर्यटन: जीप सफारी, हाथी सफारी, बर्ड वॉचिंग

नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान

स्थान: चमोली ज़िला

यूनेस्को वैश्विक धरोहर स्थल: नंदा देवी और फूलों की घाटी का संयुक्त नामांकन

विशेषता: हिमालय की ऊँची चोटियों और गहरे खड्डों से घिरा हुआ

प्रमुख जीव: हिम तेंदुआ, कस्तूरी मृग, नीला भेड़ (Bharal), तिब्बती लोमड़ी

वर्तमान स्थिति: नियंत्रित इको-टूरिज्म ही अनुमति प्राप्त

फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान

स्थान: नंदा देवी बायोस्फीयर रिज़र्व में, चमोली ज़िले में

विशेषता: विश्व प्रसिद्ध फूलों की दुर्लभ प्रजातियों का घर – लगभग 500+ फूल प्रजातियाँ

मौसम: जुलाई से सितंबर सबसे सुंदर समय

संरक्षण: यूनेस्को द्वारा संरक्षित विश्व धरोहर स्थल

राजाजी राष्ट्रीय उद्यान

स्थान: हरिद्वार, देहरादून, और पौड़ी गढ़वाल जिलों में फैला

स्थापना: 1983 में तीन वन्यजीव अभ्यारण्यों को मिलाकर बना (राजाजी, चिल्ला, मोतीचूर)

विशेषता: एशियाई हाथियों की बड़ी संख्या

प्रमुख जीव: हाथी, तेंदुआ, भालू, हिरण, गौर, मगरमच्छ

पर्यटन गतिविधि: जीप सफारी, वॉच टावर, नेचर ट्रेल्स

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान