जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में चल रहा काउंटर-टेरर ऑपरेशन सातवें दिन भी जारी है। सुरक्षा बल इलाके में छिपे आतंकियों को ढूंढने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं। इस दौरान भारतीय सेना के नॉर्दर्न कमांडर और राज्य पुलिस महानिदेशक (DGP) भी कुलगाम पहुँचे, जहाँ उन्होंने मौजूदा सुरक्षा हालात का जायज़ा लिया।
ऑपरेशन की पृष्ठभूमि
पिछले हफ्ते खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने कुलगाम के कई इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया था। शुरुआती मुठभेड़ों में दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई, जबकि माना जा रहा है कि कुछ और आतंकी अब भी इलाके में छिपे हैं।
घनी आबादी और पहाड़ी इलाकों की वजह से ऑपरेशन को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया जा रहा है।
नॉर्दर्न कमांडर और DGP का दौरा
नॉर्दर्न कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DGP आर.आर. स्वैन ने कुलगाम में सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन में स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी निर्दोष को नुकसान न पहुँचे, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
सुरक्षा बलों की रणनीति
- इलाके की ड्रोन और हेलीकॉप्टर से निगरानी
- संदिग्ध घरों की बारीकी से तलाशी
- ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना
- हाईवे और महत्वपूर्ण ठिकानों पर अतिरिक्त चेकपोस्ट
स्थानीय हालात
लंबे समय से चल रहे ऑपरेशन के चलते कुछ इलाकों में तनाव का माहौल है। स्थानीय बाजार बंद हैं और आवागमन सीमित कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है।
कुलगाम का यह ऑपरेशन इस बात का संकेत है कि सुरक्षा बल आतंकवाद की जड़ तक पहुँचने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। आने वाले दिनों में इस अभियान के और भी महत्वपूर्ण नतीजे सामने आ सकते हैं।